दिमाग तेज करने के योग / Dimag Tej Karne Ke Yoga
योग का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। योग करने से ना केवल स्वस्थ शरीर प्राप्त होता है बल्कि तेज दिमाग और अच्छी स्मरणशक्ति भी प्राप्त होती हैं। बहुत से वैज्ञानिक रिसर्च बताते है कि नियमित योग करने से तेज दिमाग और अच्छी स्मरणशक्ति प्राप्त होती है। तेज दिमाग और स्मरणशक्ति की आवश्यकता हर उम्र में होती है। जब हम छोटे होते है तब अपनी पढाई में, बड़े होने पर अपने व्यवसाय और नौकरी में, जीवन में आने वाली समस्यायें भी अपनी बुद्धि के बल पर हल की जा सकती हैं। इस तरह तेज दिमाग और अच्छी स्मरणशक्ति का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान हैं। नियमित योग करके दिमाग तेज और स्मरणशक्ति बढ़ाई जा सकती है।
इस पोस्ट में ऐसे 5 योगासन बताये जा रहे है जिनसे दिमाग तेज किया जा सकता है।
1. पश्चिमोत्तनासन
पश्चिमोत्तनासन करने से हमारे शरीर के पिछले हिस्से अर्थात पीठ में खिंचाव आता है जिस कारण इसे पश्चिमोत्तनासन कहा जाता हैं। यह आसन तनाव दूर करने और डिप्रेशन से राहत पाने में बहुत मददगार होता है। जब हम तनाव मुक्त होते है तब हम अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं का अच्छी तरह प्रयोग कर पाते हैं। यह आसन स्मरणशक्ति बढ़ाने और दिमाग तेज करने में भी बहुत कारगर हैं।
पश्चिमोत्तनासन करने की विधि:
➤ इस आसन को करने के लिए योग मेट बिछाले और अपने पैरों को सामने की तरफ सीधा फैलाले।
➤ अपनी कमर सीधी रखे और साँस लेते हुए अपने हाथों को कंधों तक ऊपर उठायें।
➤ अब साँस छोड़ते हुए अपने हाथों से पैरों को छूने का प्रयास करें और अपने माथे को घुटनों से लगायें।
➤ कुछ देर इस स्थिति में रुके और वापस साँस लेते हुए सामान्य स्थिति में आ जायें।
➤ यह एक चक्र हुआ इस तरह से 10 से लेकर 20 चक्र किये जा सकते है।
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2. सर्वांगासन
सर्वांगासन के नाम से ही पता चलता है कि यह आसन शरीर के सभी अंगों के लिए है। इस आसन को करने से शरीर के सभी अंगों को लाभ होता है। इस आसन को करने से मस्तिष्क में रक्त का संचार तेज हो जाता है जिससे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मस्तिष्क में पहुँच पाती है। ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मस्तिष्क में पहुँचने से मस्तिष्क की क्षमता बढ़ती हैं, दिमाग तेज होता है और याददाश्त बढ़ती है।
सर्वांगासन करने की विधि:
➤ सर्वांगासन करने के लिए योग मेट बिछाकर पीठ के बल लेट जायें।
➤ अब अपने पैरों, नितम्बों और कमर को जमीन से ऊपर उठाले और अपनी कमर को हाथों से सहारा दें।
➤ आपके शरीर का भार कंधों और हाथों पर होना चाहिए और आपके पैर नाक की सीध में होने चाहिए।
➤ कुछ देर इस स्थिति में रुके और लंबी गहरी साँसे लेते रहें।
➤ अब अपने घुटनों को मोड़कर नाक के पास लाये और कमर से हाथों का सहारा हटाकर कमर को वापस जमीन पर ले आये। अपने पैरों को भी फैलाले।
➤ अब कुछ देर शवासन में विश्राम करें।
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3. सेतुबंधासन
सेतुबंधासन करने से दिमाग में रक्त का संचार तेज होता है जिससे दिमाग में ऑक्सीज़न की मात्रा बढ़ती है और दिमाग सही तरह से कार्य करता हैं।
सेतुबंधासन करने की विधि:
➤ सेतुबंधासन करने के लिए पीठ के बल लेट जायें और अपने पैरों के पंजों को नितम्बों के पास रखें और उनमें थोड़ा अंतर रखें।
➤ अब अपने नितम्बों और कमर को जमीन से ऊपर उठाने का प्रयास करें।
➤ आपके शरीर का भार आपके पंजों और कंधों पर रहना चाहिए।
➤ अब अपने हाथों को पीठ के नीचे सीधा फैलाले और हथेलियों को आपस में बांधले।
➤ सामान्य रूप से साँस ले और कुछ देर बाद वापस सामान्य स्थिति में आ जायें।
➤ अब शवासन में कुछ देर विश्राम करें।
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4. भद्रासन
भद्रासन करने में बेहद आसान है और इसे करने से मन की चंचलता कम होती है, एकाग्रता बढ़ती है जिससे दिमाग तेज होता हैं। इस आसन को करने से पाचन शक्ति बढ़ती हैं, प्रजनन शक्ति बढ़ती है, कमर दर्द से राहत मिलती है, रीढ़ की हड्ड़ी लचीली और मजबूत बनती हैं।
भद्रासन करने की विधि:
➤ भद्रासन करने के लिए योग मैट बिछाकर बैठ जाये और अपने पैरों को सामने फैलाले।
➤ अब अपने पैरों के तलबों को आपस में मिलाले और एड़ियों को अपने जननांग के पास लाने का प्रयास करें।
➤ एड़ियाँ जितनी जननांग के पास रहें उतना अच्छा होता हैं।
➤ अब अपने हाथों से पैरों को पकड़ले और अपने माथे को जमीन से लगाने का प्रयास करें।
➤ कुछ देर रुके और वापस सामान्य स्थिति में आ जाये।
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5. पद्मासन
पद्मासन करने से हम अपने अनियंत्रित विचारों पर नियंत्रण कर पाते है, मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है जिससे दिमाग तेज होता हैं।
पद्मासन करने की विधि:
➤ पद्मासन करने के लिए योग मैट बिछाकर बैठ जाये और अपने पैरों को सामने की तरफ सीधा फैलाले।
➤ अब अपने दाये पैर के पंजे को अपने हाथों की सहायता से बाये पैर की जांघ पर और अपने बाये पैर के पंजे को दाये पैर की जांघ पर रखें।
➤ अपने पैरों के पंजों को पेट के अधिकतम पास रखने का प्रयास करें।
➤ पद्मासन करते समय आप ज्ञान मुद्रा, ध्यान मुद्रा या अपनी मुद्रा में ध्यान कर सकते हैं।
➤ अपनी कमर को सीधा रखें और सामान्य रूप से गहरी साँस लेते रहे।
➤ अपनी क्षमता के अनुसार पद्मासन में बैठें और फिर अपने पैरों को सामने फैलाले।
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