Vajrasana Ke Labh: वज्रासन से होने वाले लाभ कौन से है?

Vajrasana Ke Labh: वज्रासन से होने वाले लाभ कौन से है?

Vajrasana Ke Labh: वज्रासन से होने वाले लाभ कौन से है?

वज्र का अर्थ होता है बिजली और आसन का अर्थ योग करने की मुद्रा से है। वज्रासन करते समय हम घुटनों को मोड़कर पैरों के पंजों पर बैठते हैं और अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हैं। यह आसन पाचन शक्ति बढ़ाने और पैरों को मजबूत बनाने में विशेष रुप से लाभ पहुंचाता है। इसे करने से पेट की बीमारियां जैसे कब्ज, गैस, अपच ठीक हो जाते हैं। यह आसन थकान, तनाव, मोटापे में भी लाभ पहुंचाता है।

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वज्रासन के लाभ (Vajrasana Ke Labh)

(1) वज्रासन करने से हमारी पाचन शक्ति अच्छी होती है जिससे पेट से संबंधित रोग जैसे की कब्ज होना, गैस व अपच होना पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।

(2) यदि आपको बैक पेन की परेशानी है तब भी वज्रासन लाभ पहुंचाता है। इसके नियमित अभ्यास से कमर के निचले हिस्से का दर्द ठीक हो जाता है।

(3) वज्रासन करने से रीढ़ की हड्डी लचीली व मजबूत बनती है।

(4) वज्रासन के नियमित अभ्यास से हमारे पैर, पंजे, एड़ियां मजबूत होती हैं। यदि पैरों में कोई दर्द होता है तो वह भी ठीक हो जाता है।

(5) यदि आपका वजन ज्यादा है तो आपको वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए। इसको करने से हमारे शरीर में जमी अतिरिक्त चर्बी दूर हो जाती है जिससे वजन कम हो जाता है।

(6) वज्रासन करने से स्त्रियों को भी लाभ होता है। जिन स्त्रियों को मासिक धर्म के समय दर्द होता है, परेशानी होती है तो वज्रासन का अभ्यास इन परेशानियों को भी दूर करता है।

(7) वज्रासन करने से हमारा रक्त परिसंचरण तंत्र सही तरह से कार्य करता है जिससे शरीर के सभी भागों में रक्त का संचार अच्छे से होता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता है।

(8) यदि आपके कंधे झुके हुए हैं तो आपको वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए। वज्रासन का अभ्यास करने से झुके हुए कंधे ठीक होते हैं और शरीर की संरचना में भी सुधार होता है।

(9) वज्रासन करने से हमारे मन की चंचलता दूर होती है और मन शांत रहता है इसलिए इसका अभ्यास सभी लोगों के लिए लाभदायक होता है।

(10) वज्रासन के नियमित अभ्यास से हमारा तनाव और चिंता दूर होती है जिससे मन एकाग्र रहता है इसीलिए जो लोग मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं उन्हें वज्रासन जरूर करना चाहिए।

(11) वज्रासन का एक सबसे बड़ा फायदा यह मिलता है कि इसे आप खाना खाने के तुरंत बाद भी कर सकते हैं इसलिए जिन लोगों के पास समय की कमी होती है और वे वॉक करने नहीं जा पाते उन्हें वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए।

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(12) जिन लोगों को लंबे समय तक बैठकर कार्य करना पड़ता है उन्हें वज्रासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए। वज्रासन करने से ना केवल उनका वजन नियंत्रण में रहेगा साथ ही शारीरिक संरचना भी सही बनी रहेगी।

(13) जिन लोगों को लंबे समय तक खड़े होकर कार्य करना पड़ता है उन्हें भी वज्रासन करना चाहिए। वज्रासन करने से बैक पेन, पैरों में दर्द, मांसपेशियों की जकड़न ठीक रहती है।

(14) वज्रासन करने से अल्सर, ज्वाइंट पेन, वेरीकोज, गठिया जैसी बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं इसीलिए इसका नियमित अभ्यास करना चाहिए।

आमतौर पर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब

(1) वज्रासन कितने मिनट करना चाहिए?

वज्रासन ऐसा आसन होता है जिसमें पैरों के पंजों को मोड़ कर बैठा जाता है। यदि आपने अभी-अभी वज्रासन करना शुरू किया है तो आपको 1 से 2 मिनट तक वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए जैसे-जैसे आप वज्रासन का अभ्यास करते जाएंगे इसके समय को धीरे-धीरे बढ़ाते जाना चाहिए। इसके समय को आप 5 से 10 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।

(2) वज्रासन में कौन कौन सी सावधानी रखनी चाहिए?

यदि आपके घुटनों में, एड़ियों में, पैरों के पंजों में दर्द हो तब वज्रासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। रीड की हड्डी में या गर्दन में परेशानी होने पर भी वज्रासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है, आपने ऑपरेशन करवाया है या कोई चोट लगी हो तब भी वज्रासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

(3) वज्रासन कितनी बार करना चाहिए?

वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन होता है जिसे खाना खाने के तुरंत बाद किया जा सकता है। आप इसका अभ्यास दोपहर में और रात में खाना खाने के बाद कर सकते हैं। इसका अभ्यास सुबह भी किया जा सकता है।

(4) खाना खाने के तुरंत बाद कौन सा आसन करना चाहिए?

खाना खाने के तुरंत बाद वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए। वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन होता है जिसे खाना खाने के तुरंत बाद किया जा सकता है। इसका अभ्यास करने से पाचन शक्ति अच्छी होती है और पेट की सभी बीमारियां ठीक होती हैं।

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